प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला-खरसावां के कोषाध्यक्ष संजीव कुमार मेहता के सेहत में तेजी से हो रहा सुधार, तीसरे दिन वापस लौटी उनकी चेतना,परिजनों और पत्रकारों ने ली राहत की सांस,
Seraikella Kharsawan सरायकेला खरसावां जिले के वरिष्ठ पत्रकार और प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला-खरसावां के कोषाध्यक्ष संजीव कुमार मेहता के सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है। दो दिन अचेत रहने के बाद तीसरे दिन उनकी चेतना वापस लौटी है। उसके बाद परिजनों और पत्रकारों ने राहत की सांस ली है। डॉक्टरों ने बताया कि एक दो दिनों में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। गुरुवार को श्री मेहता ने अपने परिजनों एवं शुभचिंतकों से बात की इस दौरान वे सामान्य नजर आए। थोड़ी कमजोरी महसूस कर रहे हैं। मालूम हो कि बीते मंगलवार को संजीव मेहता अपने घर में ही अचानक सेंसलेस हो गए थे। परिजनों ने आनन-फानन में उन्हें टीएमएच में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने ब्रेन हेमरेज की बात कहते हुए ईलाज शुरू किया। डॉक्टरों ने बताया कि ऐसे केस में रिकवरी की संभावना दस प्रतिशत होता है। अगला 24 घंटा महत्वपूर्ण है। तत्काल 90 हजार रुपए जमा कराने की बात कही। परिजनों के पास पैसे थे नहीं क्योंकि जो भी पैसे का हिसाब किताब था श्री मेहता खुद रखते थे। उसके बाद प्रेस क्लब के सदस्यों ने आपात बैठक बुलाई और तत्काल क्राउड फंडिंग कर 50 हजार रुपए जुटाए और अस्पताल में जमा कराया। उसके बाद शुरू हुआ दुआओं का दौर। जैसे- जैसे समय बीतता गया टीएमएच के कुशल डॉक्टरों के अथक प्रयास और श्री मेहता के शुभचिंतकों एवं प्रेस क्लब के पत्रकारों की दुआ अपना रंग दिखाने लगा। अंततः गुरुवार को अच्छी खबर सामने आई और संजीव मेहता का सेंस पूरी तरह से वापस लौट आया। अब वे स्वस्थ्य है और घर वापसी के लिए बेचैन हैं। उनके स्वास्थ होने पर परिजनों और पत्रकारों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
*अध्यक्ष ने जताया ईश्वर और टीएमएच के डॉक्टरों का आभार*
संजीव मेहता के स्वास्थ्य में सुधार होने की सूचना मिलते ही प्रेस क्लब के अध्यक्ष मनमोहन सिंह ने ईश्वर और टीएमएच के डॉक्टरों का आभार जताया। साथ ही क्लब के समर्पित पत्रकारों के प्रति भी उन्होंने कृतज्ञता जताई। उन्होंने कहा कि हम एक गहरे सदमे से उबरे हैं। अचानक से ऐसी परिस्थिति आन पड़ी जिसके लिए हम पत्रकार तैयार नहीं थे। मगर प्रेस क्लब के जीवट पत्रकारों एवं शुभचिंतकों ने असंभव सा लग रहे लक्ष्य को आसान बना दिया। हमारे सबसे अनुभवी साथी आज हमारे बीच पूर्ण रूपेण स्वस्थ होते दिख रहे हैं इसके लिए सभी धन्यवाद के पात्र हैं। हमारा हर साथी इस बुरे दौर में अपने साथी के लिए खड़ा रहा यह किसी भी पत्रकार संगठन के लिए नजीर है। मुझे गर्व है कि मैं ऐसे संगठन का मुखिया हूं।