सुनिए हेडमास्टर साहब! स्कूल में गिट्टी ढोने की यह कैसी
पढ़ाई, बाल मजदूरी है निषेध; फिर क्यों गरीब के बच्चों पर ऐसा जुल्म?
उ0 म0 विद्यालय गोविंदपुर बच्चों से लिया जा रहा मजदूर का काम,
seraikella kharsawan सरायकेला के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोविंदपुर में बच्चों को पढ़ाने के बजाय उनसे गिट्टी बालू, और पानी ढुलवाई जा रही है। इसे लेकर बच्चों के अभिभावकों ने नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि हम लोग बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल भेजते हैं, लेकिन वहां उनसे भवन मरम्मत में मजदूर का काम कराया जा रहा है। इस गोविंदपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय में ज्यादातर गरीब और मजदूर परिवार के बच्चे पढ़ते हैं। इन दिनों विद्यालय भवन की मरम्मति का काम चल रहा है। जिसमें स्कूली बच्चों को लगा दिया गया है और उनसे बालू, सीमेंट पानी और गिट्टी ढुलवाई जा रही है। इस संबंध में अभिभावकों ने कहा कि छात्रों के साथ ऐसा करना उनके अधिकारों का हनन है। साथ ही यह अत्याचार की श्रेणी में आता है। इतना ही नहीं बाल मजदूरी निषेध है। इस कारण यह भी मामला बनता है। शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले विद्यालय में शिक्षक ही छात्रो का भविष्य चौपट करते दिखाई दे रहे है। पढाई की जगह बच्चों से विभिन्न प्रकार के काम करवाए जा रहे है। स्कूली मैदान में पडे गिट्टी और बालू को साफ-सफाई के नाम पर स्कूली बच्चों से ढुलवाई कर अंदर करवाना, छत पर पानी ढलवाना आदि शामिल है। सरकार के कड़े आदेश के बाद भी बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। विद्यालय में अच्छी शिक्षा पाने के लिए बच्चे समय पर पहुंचते है। लेकिन प्रधानाचार्य की घिनोनी करतूत देखने को मिली। बच्चों से स्कूल में गिट्टी एवं पानी ढोने का कार्य कराया जाता है।
स्कूली बच्चों से मजदूरी करवाना गैरकानूनी
स्कूली बच्चों से मजदूरी करवाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 14 साल से कम उम्र के बच्चों से किसी भी व्यवसाय में काम करवाना बाल श्रम के अंतर्गत आता है, जो गैरकानूनी है। इस तरह के अपराध करने पर सजा का प्रावधान है।
प्रधानाध्यापक ने क्या सफाई दी?
सरायकेला के गोविंदपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक विनीता आईद ने सफाई देते हुए कहा कि स्कूली दरबाजा के सामने गिट्टी पड़ा था। उससे स्कूली बच्चों से हटाया गया। इसको वायरल नही करे। यह हमसे गलती हो गया है।
मामले की होगी जांच, दोषी पाये जाने पर होगी कार्रवाई-डीएसई
सरायकेला खरसावां जिला शिक्षा अधीक्षक कैलाश कुमार मिश्रा ने कहा कि सरायकेला के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोविंदपुर में स्कूली बच्चों से काम करवाने की शिकायत मिली है। इसकी जांच करवाया जाएगा। जांच में अगर स्कूल के प्रधानाध्यापक दोषी पायी जाती है तो कार्रवाई की जाएगी। स्कूली बच्चों से काम नही करवाना है।