कुचाई में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर हमला, यह ईडी
का छापा नही, यह भाजपा का एजेंट है, अगर सरकार बनाएंगे तो पांच
साल में सभी के खाते में एक-एक लाख पहुंचाएगे-हेमंत सोरेन
Jharkhand Election 2024 कुचाई के बाईडीह फुटबॉल मैदान में झारखंड मुक्ति मोर्चा के चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। झारखंड में हो रहे ईडी के छापा को भाजपा का एजेंट बताते हुए कहा कि इससे घबरानी की जरूरत नही है।
श्री सोरेने कहा कि केन्द्र सरकार के पास गरीबो को देने के लिए पैसा नहीं है, बूढ़ा बुजुर्गों को देने के लिए पैसा नहीं है, बिजली बिल माफ करने के लिए पैसा नहीं है, किसानों का लोन माफ करने के लिए पैसा नहीं है। इनके पास अपने व्यापारी मित्रों का अरबो अरब रुपया माफ करने के लिए पैसा है। उन्होने कहा कि डबल इंजन भाजपा की सरकार में गांव देहात के एक-दो बाद बुजुर्ग को पेंशन मिलता था, दो-चार विधवा महिलाओं को विधवा पेंशन मिलता था, एक दो दिव्यांग को पेंशन मिलता था। आज गांव-गांव देहात देहात का खबर आया। इसलिए इसकी कानून बनाना पड़ा कि इस राज्य में कोई बूढ़ा बुजुर्ग बिना पेंशन का नहीं होगा। सभी को पेंशन मिलेगा। उन्होंने कहा कि हर विधवा महिलाओं को पेंशन देने का काम किया गया। यह पहला राज्य है जो सर्वधान पेंशन योजना के तहत 45 लाख बूढ़ा बुजुर्ग को पेंशन देने का काम किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना काल की लड़ाई मैं महिला बहनों ने बहुत साथ दिया। गरीबों की सेवा करते-करते हमारे दो-दो मंत्री मर गए। राज्य के महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री मैईया योजना प्रारंभ किया गया और आज राज्य की 50 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में एक-एक हजार भेजने का काम कर रहे हैं। आप अगर फिर से सरकार बनाएंगे तो आने वाले पांच साल में सभी के खाते में एक-एक लाख रुपया पहुंचने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि एक हजार पहला कदम था। हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि मुख्यमंत्री मईया योजना दिसंबर माह में एक हजार से बढ़कर 2500 होने जा रहा है। श्री सोरेन ने कहा कि झारखंड में जब डबल इंजन की सरकार थी। सारी योजनाएं कागज मैं बनता था और कागज में ही दम तोड़ देता था। जब हमारी सरकार बनी तो निर्णय लिया गया कि हमारी सरकार रांची हेडक्वार्टर से नहीं गांव से चलने वाली सरकार बनाएंगे। इसीलिए गांव-गांव पंचायत-पंचायत, टोला टोला जाकर पदाधिकारियों द्वारा आपकी समस्या का समाधान करते थे। ईवीएम मशीन के एक नंबर पर तीर धनुष बटन है। इसलिए 13 नवंबर को हर हाल में सरकार बनाना है और दशरथ बाबू को जितने की अपील की है। वही विभिन्न राजनीतिक दलों से दर्जनो की संख्या में लोगों ने झामुमों की संदस्यता ली। जिसका माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से झामुमो प्रत्याशी दशरथ गागराई, बांसती गागराई, छोंटराय किस्कू, रानी हेम्ब्रम, प्रमेन्द्र मिश्रा, राज बागची, मुन्ना सोय, मांगीलाल महतो, राम सोय, करम सिंह मुंडा, धमेन्द्र सिंह मुंडा, भरत सिंह मुंडा आदि उपस्थित थे।
बिजली 24 घंटे आएगा और बिजली का बिल कभी नहीं आएगा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि डबल इंजन के भाजपा की सरकार कभी गरीबों के प्रति एक आंसू नहीं बहाया। एक झटके में आधा बोझ आपके कंधे से उतार दिया। पहले बिजली आता था कि नहीं पता नहीं। लेकिन अब बिजली 24 घंटे आएगा और बिजली का बिल कभी नहीं आएगा। हमारा लक्ष्य है कि आने वाले 5 सालों में गांव देहात के लोगों को इतना मजबूत करेंगे किसी के सामने उधार या कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
विपक्ष बहुत शैतान और बेईमान लोग है
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष रोटी बेटी और माटी की बात करते हैं। यह बहुत शैतान और बेईमान लोग हैं। हमारी सरकार गिराने के लिए हमको जेल भेज दिया। लेकिन जिसके सर पर गरीब गुरबा मां बहन का आशीर्वाद उसका कोई बाल भी बाका नहीं कर सकता है।
असम के मुख्यमंत्री झारखंड के आदिवासियों को नहीं मानते आदिवासी
खरसावां के विधायक सह झामुमो प्रत्याशी दशरथ गागराई ने असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा चुनाव प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा पर जबावी हमला करते हुए कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को लात मारकर बाहर निकालेंगे के आड में झारखंड के आदिवासी मूलवासी दलित और पिछड़ों को सामाजिक सभ्यता को तोड़ने और बिगड़ने का काम कर रही है। झारखंड की जनता यह कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहां कि भाजपा आदिवासी मूलवासी पिछड़ों के उत्थान की बात करते हैं। लेकिन असम के मुख्यमंत्री झारखंड के आदिवासियों को आदिवासी नहीं मानते और उन्हें आदिवासियों का मान्यता नहीं दे रहे हैं। और झारखंड में आकर आदिवासियों का रोना रो रहे हैं। दूसरी ओर मध्य प्रदेश में आदिवासियों के ऊपर भाजपा के लोग पेशाब करते हैं। इसका जवाब झारखंड की जनता चुनाव में देगी।