खूंटपानी के विभिन्न पांच गांवों में मागे परब पर विधायक ने मांदर का किया वितरण, भाषा, संस्कृति और परंपरा ही समाज की असली पहचान-गागराई
Kharsawan खूंटपानी प्रखंड के विभिन्न पांच गांवो मे मागे परब के अवसर पर खरसावां विधायक दशरथ गागराई के द्वारा मदार का वितरण किया गया। श्री गागराई ने खूंटपानी प्रखंड के गाड़ा राजाबासा, उलीराजाबासा, गालुबासा, टोटरोगुटू व किताहातु में मागे परब पर मांदर देते हुए कहा कि किसी भी समाज की भाषा, संस्कृति, परंपरा उसकी वास्तविक पहचान होती है। हम झारखंडवासी प्रकृति में रचते-बसते हैं। उन्होंने कहा कि प्रकृति मांगे पर्व हमें प्रेम का संदेश तो देता ही है, साथ ही हमारी कला, संस्कृति, परंपरा एवं सामजिक समरसता को भी मजबूती प्रदान करता है। समाज हमेशा अपने भाषा एवं संस्कृति में ही जीता-जागता है। झारखंड की भाषा, परंपरा और संस्कृति को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी भी हम सबों की है। उन्होंने सभी महिलाओं और युवाओं को बधाई दी तथा अपनी सांस्कृतिक पहचान को बचाए रखने में भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया। श्री गागराई ने कहा कि आधुनिक चकाचौंध के बावजूद हमें अपनी मूल संस्कृति को नहीं भूलना चाहिए। मागे परब जैसे आयोजनों से समाज की संस्कृति को और जीवंतता मिलती है। इस दौरान में मुख्य रूप से विधायक प्रतिनिधि दुर्गा चरण पाड़ेया, प्रखंड अध्यक्ष बबलू गोडसोरा, समाजसेवी बासंती गागराई, रजनी बानरा, भगवान बानरा, सतीश पुरती, शिवा देवगम, कलिया जामुदा आदि ग्रामीण उपस्थित थे।