खरसावां में ’वृहद झारखंड मोर्चा’ का गठन, बिरसा
सोय अध्यक्ष एवं भरत सिंह गागराई बने महासचिव, झारखंड को
नई दिशा देने हेतु वृहद झारखंड मोर्चा का गठन-बिरसा सोय
kharsawan खरसावां पथ निरीक्षण भवन में मंगलवार को आम जनता की एक बैठक समाजसेवी गुना राम जामुदा की अध्यक्षता में की गई। इस बैठक में झारखंड की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुए सर्वसहमति से एक गैर राजनीतिक संगठन गठन किया गया।
जिसका नामकरण ’वृहद झारखंड मोर्चा’ रखा गया। संगठन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सर्वसहमति बिरसा सोय को वृहद झारखंड मोर्चा का अध्यक्ष एवं भरत सिंह गागराई को महासचिव मनोनीत की गई। साथ ही गुनाराम संवैया, दुर्गा संवैया, अभय सिंह जामुदा, सावन बारला, अभिनाश जामुदा, रायसिंह जामुदा, गोंडो पूरती को कार्यकारिणी सदस्य मनोनीत की गई। साथ ही मनोनीत अध्यक्ष, महासचिव व कार्यकारणी सदस्यों को माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
मौके पर खरसावां विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी व वृहद झारखंड मोर्चा के अध्यक्ष बिरसा सोय ने कहा कि झारखंड को नई दिशा देने के लिए आज पथ निरीक्षण भवन खरसावां में आयोजित कार्यक्रम में सर्वसहमति से एक गैर राजनीतिक संगठन का गठन किया गया। जिसका नाम वृहद झारखंड मोर्चा रखा गया। उन्होंने कहा कि वृहद झारखंड मोर्चा जो किसी व्यक्ति या दल का नहीं बल्कि आप जनता का हो। समाज के समग्र विकास के लिए ऐसी ही सोच भगवान बिरसा मुंडा जी भी थे। भगवान बिरसा मुंडा जी के इसी विचार से प्रेरित होकर वृहद झारखंड मोर्चा की परिकल्पना की गई। वृहद झारखंड मोर्चा की इसी परिकल्पना में झारखंड के वीर शहिदों और क्रांतिकारी आंदोलनकारियों के अधूरे सपनों साकार करने के साथ-साथ राज्य के आम जनता का सम्पूर्ण विकास की विशेष ध्यान दी जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वह जनता के लिए समुदाय पर खरा उतरे। यह नीति निर्धारण और उनके व्यक्तित्व में समाज के अंतिम व्यक्ति की न सिर्फ चिंता है बल्कि इसमें भागीदार भी बनाया जाएगा।
वृहद झारखंड मोर्चा के महासचिव भरत सिंह गागराई ने कहा कि झारखंड अलग राज्य बनने बाद आज हम 24 साल का सफ़र तय कर चुके हैं। इसके बावजूद विकास का सपना अधुरा है। सरकारी स्कूलों में विषयवार शिक्षक नही है। जिसके कारण स्कूलों में गुणवतापूर्ण शिक्षा की उम्मीद नही किया जा सकता है। इसी तरह राज्य में स्वास्थ व्यवस्था, सिंचाई व्यवस्था, रोजगार व्यवस्था चरमरा गई है। बेरोजगारी चरम पर है। आज हम सभी ने झारखंड राज्य को नई दिशा देने के लिए वृहद झारखंड मोर्चा का गठन किया। इस संगठन के माध्यम से हम झारखंड के आदिवासियों और मूलवासियों की संपूर्ण विकास के दिशा में कार्य करने का संकल्प लिया है। इस दौरान मुख्य रूप से बिरसा सोय, गुनाराम जामुदा, अभय सिंह जामुदा, सावन बारला, मानकी गोप, गोंडो पूरती, सतारी जामुदा, चांबरा जामुदा, दुर्गा संवैया, कोलाय संवैया, गुनाराम संवैया, रामसिंह जामुदा, पाण्डु संवैया, लांडू जामुदा, अभिनाश जामुदा, रायसिंह जामुदा, गुलाब कुम्हार, बिपीन कालिंदी, जुरिया जामुदा, देवेन्द्र संवैया, दशरथ लोहार, रेमो पूरती आदि उपस्थित थे।