कुचाई के बिरहोर गांव जोडा सरजम मे लगा कानूनी जागरूकता शिविर, प्रशासन ने बिरहोरो की ली सुध,ऑन द स्पॉट बिरहोर जनजातीय की समस्याओं का किया समाधान,
Kuchai कुचाई प्रखंड के अंतर्गत आदिम जनजाति बिरहोर समुदाय के जोडा सरजम गांव मे रविवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सराईकेला और जिला प्रशासन ने बिरहोर जनजाति के लोगों की सुध ली। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष रामाशंकर सिंह एवं जिला उपायुक्त सह डालसा के वाइस चेयरमैन डालसा रविशंकर शुक्ला के मार्गदर्शन में और सरायकेला डालसा के सचिव तौसीफ मिराज की अगुवाई में कुचाई के जोड़ा सरगम और अरवा गांवों में कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जो इस क्षेत्र में रहने वाले बिरहोर जनजाति के सदस्यों पर केंद्रित था।
इस शिविर में बिरहोर जनजाति के सदस्यों को उनके अधिकारों और सुविधाओं के बारे में जागरूक किया गया। ज्ञात हो कि इन गांवों के निवासियों के पास आधार कार्ड तक नहीं था। जिससे वह उन्हें मिलने वाले सरकारी सुविधाओं से भी वंचित थे। कुचाई प्रखंड विकास पदाधिकारी साधु चरण देवगन के प्रयासों से इन गाँव के लोगों के दस्तावेज आज मौके पर ही तैयार किए गए। जिसमें वहाँ के मुखिया, पंचायत समिति सदस्य आदि की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही । इसके अलावा आज यहां मौजूद मेडिकल टीम ने शिविर में बिरहोर जनजाति के बुजुर्ग सदस्यों और महिलाओं की भी जांच की और उन्हें दवाईयां भी दी गई। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार तौसीफ मेराज ने कहा कि ये शिविर कानूनी जागरूकता और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। इस अवसर पर डिप्टी एलएडीसीएस सुनीत कर्मकार, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सराईकेला के पीएलवी बिटटू प्रजापति, रमजान अन्सारी, राजकुमार कैवर्ट, मुकेश साहू, सुरमई सोय, रमेश कुम्हार आदि उपस्थित रहे।जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सराईकेला द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से इन कार्यक्रमों के दौरान करीब 38 अड़तीस परिवारों से मुलाकात की। जिसमें कई बच्चों की पहचान भी की गई। जिनका नामांकन आवासीय विद्यालयों में कराया जायगा। इस दौरान मुख्य रूप से बीडीओ साधु चरण देवगम, मुखिया सरस्वती मिंज, मुखिया करम सिंह मुंडा आदि उपस्थित थे।