सरायकेला मे नेशनल हो युथ मीट-2024 (दोकोल): युवाओं की जोश,ऊर्जा और रंगारंग कार्यक्रम के साथ संपन्न,
Saraikella Kharsawan सरायकेला मे आयोजित नेशनल हो युथ मीट (दोकोल)-2024 जिसका आयोजन देश भर के हो समाज के युवाओं एवं वरिष्ठ लोगों के संयुक्त प्रयास द्वारा किया गया था। जिसका समापन तीसरा दिन हुआ। आज देश भर से पहली बार सरायकेला आए युवाओं को खरसावाँ गोलीकांड शहीद स्थल का भ्रमण कराया। जिसमें आयोजन समिति के सचिव मनोज कुमार सोय, बिरसिंह सिजुई, साधु हो, राहुल पुर्ती के नेतृत्व में करवाया गया और एतिहासिक महत्व की जानकारी दी गई। इस सेमिनार में युवाओं ने उच्च शिक्षा,पलायन, धर्म, अंधविश्वास, स्वरोजगार युवाओं की प्रतिभा, सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक समस्याओं पर चर्चा करने के बाद युवाओं ने “संकल्प-55” की टीम बनाई। जिसके तहत अगले एक वर्षों में 55 कार्य करेंगे और एनएचवाईएम 2025 में होने वाले कार्यक्रम में सोसल इंपेक्ट की प्रस्तुती करेंगे। युवाओं ने अपनी समस्याओं और समाधानों को साझा किया।
टीम बिल्डिंग:
“एकता में शक्ति”
टीम बिल्डिंग गतिविधियों में युवाओं ने अपनी सामाजिक और सांस्कृतिक समझ को बढ़ाया। इसमें खेल, नाटक और संगीत के माध्यम से एकता और सहयोग का संदेश दिया गया। विभिन्न शहर से आए युवाओं ने कहा कि “हम इस महोत्सव को आगे भी आयोजित करते रहेंगे। ताकि हो आदिवासी युवाओं को अपनी क्षमताओं को विकसित करने और समाज में योगदान करने का अवसर मिले।
गोल्ड मेडलिस्ट तीरंदाजों एवं को मंच में किया गया सम्मानः
जमशेदपुर में हुए राष्ट्रीय तीरंदाज प्रतियोगिता में चाईबासा के रिता सवैयाँ गोल्ड मेडल, और चाँदमनी कुंकल को ब्रोंज मेडल लाने पर उसके कोच महर्षी महेंद्र सिंकु को भी पदमश्री डा.जानुम सिंह सोय एवं आयोजन समिति के अध्यक्ष सावन सोय द्धारा संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया। आयोजन समिति के अध्यक्ष ने कहा कि इन तीरंदाजों ने अपनी अद्वितीय प्रतिभा और समर्पण के साथ देश को गौरवान्वित किया है। हमें उनकी उपलब्धियों पर गर्व है और हम उनके भविष्य के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पदमश्री डा.जानुम सिंह सोय ने कहा, “यह हमारे देश के लिए एक गर्व का पल है। हमें अपने तीरंदाजों और उनके कोच पर गर्व है और हम उनकी उपलब्धियों को सलाम करते हैं।
इस अवसर पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी समीर सवैयाँ सरायकेला ने हो समाज के युवाओं को नशा एवं गलत संगती से बचने और कठिन प्ररिश्रम कर लक्ष्य प्रिप्त करने का संदेश दिया। वही प्रखंड विकास पदाधिकारी साधुचरण देवगम ने युवाओं को प्रेम रस की कविता सुनाकर सबको लोटपोट करने के साथ हमेशा समाज के लिए एक पैर पर खड़े रहने की बात कही। इस कार्यक्रम में विद्युत विभाग के सहायक अभियंता संजीव सवेया, दीपक तुबिड, कृष्णा दिग्गी, बाहलेन चाम्पिया,उड़िसा से गिरीश चंद्र, दिल्ली से बलबद्र बिरूवा, प्रोफेसर जे एन यू आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन साधु हो, बिरसिंह सिजुई, डा.बबलु सुंडी, गौरा चंद्र चातर एवं सचिव मनोज कुमार सोय द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में बबलु सोय, कैलाश देवगम, संदीप तापे, सलेन सोय, अरबिंद सोय, सूरज सोय, सुशील सवैयाँ, राहुल पुर्ती, ललिता सामड, पंकज बांकिरा, रबिंद्र गिलुवा, संजय बोयपाई, झारखंड बोदरा, विष्णु बानरा, संजीव बिरउली, गणेश गागराई, सुरसिंह तापेए, जोबना बोदरा, मंजु तियु चातर, मालती कुमारी , शीतल जारिका, रानी सोय, आनंद हेम्ब्रम, सुरेश हेम्ब्रम मोहन गुंदुआ, देवचरण बानरा, विभन सोय, लालु जामुदा, विष्णु बानरा, सुभाष सिंकु, एवं अन्य आयोज समिति के सदस्यों का अहम योगदान रहा।