खरसावां के बुरूडीह में पारंपरिक विधि विधान से 16
प्रहर हरि संकिर्त्तन शुरू, संकिर्त्तन में उमड़ी श्रद्वालुओं की भीड़
विधि विधान के साथ पूजी गई भगवान राधा कृष्णा
Kharsawan खरसावां प्रखंड के अंतर्गत राधा-कृष्ण हरि संकीर्तन मंदिर बुरूडीह में कलश स्थापना के साथ हरिनाम संकीर्तन महायज्ञ का आयोजन किया गया। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री श्री हरि संकिर्त्तन समिति बुरूडीह के द्वारा 16 प्रहर दिन-रात्रि श्री श्री हरि राधा-गोविंद युगल नाम संकीर्तन महायज्ञ पारंपरिक विधि विधान के साथ शुरू हो गई।
गंधाधिवास के साथ शुरू हुई संकीर्तन महायज्ञ में बुरूडीह, असुरा, बेगनाडीह, माहलीसाई, हांसदा, हाडीसाई सहित विभिन्न गांवो से सैकडों की संख्या में श्रद्वालु पहुचे। और भगवान राधा कृष्णा की पूजा अर्चना विधि विधान के साथ ही। साथ ही गांव के सुख शांति की कामना की गई। इस दौरान बुरूडीह गांव में हरि संकिर्त्तनमय रहा। दुर दराज से पहुचे श्रद्वालु ने राधा कृष्णा हरि संकिर्त्तन का आन्नद उठाया। आयोजन समिति के लोगों ने बताया कि पूर्वजों से चली आ रही पूजा पंरपराओं का निवार्हन करना हमारा दायित्व है। बुरूडीह में कई वर्षाे से हरि संकीर्तन महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। विगत 12 मई की शाम गंधाधिवास के साथ हरि संकीर्तन शुरू हुआ था। 13 मई को कलश स्थापना के साथ नाम यज्ञ आरंभ हुई। जबकि 14 मई का जागरण रात्रि। वही 15 मई को कुंज विसर्जन एवं धुलौट के साथ महायज्ञ का समापन हुआ। हरिनाम संकीर्तन महायज्ञ में अष्टमी कुमारी महिला सम्प्रदाय, बानसा, झालदा, पश्चिम बंगाल, कुनाबेड़ा महिला संकीर्त्तन मंडली, कुनाबेड़ा, राजनगर, फूलेश्वरी महतो महिला संकीर्त्तन सम्प्रदाय, नूतनडीह, झालदा, घनश्याम दास महिला संकीर्तन मंडली, अरूवाँ, चक्रधरपुर, खकन महतो संग महिला संकीर्त्तन सम्प्रदाय, झाड़ग्राम, पश्चिम बगाल तथा भागीरथी नायक सह महिला संकीर्त्तन मंडली, ईटीहंसा, चक्रधरपुर संकीर्तन मंडली के कलाकार भाग ले रहे है। इस दौरान मुख्य रूप से निरंजन महतो, कपिलदेव महतो, कार्तिकश्वर महतो, वासुदेव पाल, गौरचंद महतो, धांगू महतो आदि उपस्थित थे।