खरसावां में संपूर्ण 70 खंडों में वांग्मय की हुई स्थापना,
ज्ञान अमृत को जन-जन तक पहुंचाने का संक्लप, अज्ञान का अंधकार,
कारण चारों ओर कलियुगी वातावरण हो रहा दृष्टिगोचर,
kharsawan
परम् पूज्य गुरुदेव एवं मंदनीया माता जी की सुक्ष्म शक्ति एवं प्रेरणा से खरसावां में संपूर्ण 70 खंडों में वांग्मय की स्थापना हुई। परम पूज्य गुरुदेव के युग निर्माणी सेना के सेनानायक के रूप में गायत्री परिवार के वरिष्ठ भाई-बहन जमशेदपुर ,चाईबासा, एवं चक्रधरपुर से उपस्थित हुए। जिससे इस क्षेत्र के लोगों को स्वतः इस कार्यक्रम का महत्व के बारे में बोध हो गया। गायत्री शक्तिपीठ गोलपहाड़ी के प्रबंध ट्रस्टी श्री के प्रभाकर राव भाई साहब ,कोल्हन यूनिवर्सिटी में कार्यरत डॉक्टर विनय सिंह जी भाई साहब जिन्होंने गुरु कृपा से अब तक 147 बार रक्त दान किया है। दधीचि ऋषि ने समाज की भलाई के लिए अपनी हड्डियां दान की थी। वर्तमान समय में भाई साहब जी ने रक्तदान करके त्याग, बलिदान ,सेवा और समर्पण की प्रेरणा प्रत्यक्ष लोगों को दे रहे हैं।
यह गायत्री परिवार के लिए बहुत ही गौरव की बात है। नारद ऋषि के तरीके से निरंतर संगठन को मार्गदर्शन करने वाले शांतिकुंज प्रतिनिधि उप जोन प्रभारी वीरेंद्र बाबूजी ,पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के ट्रस्टी श्रीमती चंचला दीदी, प्रज्ञा पीठ चंदरी चक्रधरपुर के प्रबंध ट्रस्टी सुशांत मुखर्जी भाई साहब तथा सहायक ट्रस्टी डॉक्टर मनोज प्रधान उपस्थित हुए। उन्होंने बहुत ही संक्षिप्त में बताया की इस समय क्या पढ़े-लिखे और क्या अनपढ़ सब में अज्ञान का अंधकार छाया हुआ है। जिसके कारण चारों ओर कलियुगी वातावरण दृष्टिगोचर हो रहा है। अब जगह-जगह पर गुरु ज्ञान प्रकाश स्तंभ के रूप में वांग्मय स्थापना करने की आवश्यकता है। इस ज्ञान अमृत को जन-जन तक पहुंचाना है। ज्ञान गंगोत्री में डुबकी लगाये बिना व्यक्ति निर्माण परिवार, निर्माण एवं समाज निर्माण की संकल्पना पूरी नहीं हो सकती है। समस्याओं का समाधान केवल साधन-संपदा से नहीं सद्ज्ञान से होता है। ज्ञान की स्थापना का इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए भाई साहब जी लोग स्वयं यहां उपस्थित हुए। इस युग के श्री राम का हनुमान बनकर लोगों की सोई चेतना को जगाने के लिए संजीवनी रूपी ज्ञान लेकर आए। हमें विश्वास है अब लोग अवश्य जागेंगे। उनकी गरिमामय उपस्थित से यहां के कार्यकर्ता भाई-बहनों में उत्साह एवं प्रेरणा का संचार हुआ। परम् पूज्य गुरुदेव एवं वंदनीय माताजी की कृपा से ऐसे वरिष्ठ भाई बहनों का आशीर्वाद खरसावां क्षेत्र के ऊपर हमेशा बनी रहे ताकि लोग संगठित होकर निरंतर गुरु का कार्य में लगे रहें। उपस्थित सभी भाई-बहनों को गायत्री परिवार प्रखंड समन्वय समिति खरसावां की ओर से कोटि-कोटि नमस्कार तथा बहुत-बहुत धन्यवाद। गायत्री परिवार खरसावां के सभी भाई-बहन संकल्प लेते हैं की इस ज्ञान प्रकाश को निरंतर जन-जन तक पहुंचाते रहेंगे।