खरसावां शहीदों को नमन करने झुके हजारों शीश
दी गई अश्रुपूर्ण श्रद्वाजंलि, लिया गया विकास का संकल्प, शहीद
स्थल को आदिवासियों का प्रेरणा स्थल बनाएगे-हेमंत सोरेन
Kharsawan झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि खरसावां शहीद स्थल आदिवासियों के लिए प्रेरणा का स्थल बनेगा। इसी स्थल से हमें ताकत मिलती है। सदियों से आदिवासी समाज के संघर्ष का इतिहास रहा है। आदिवासी समाज दुनिया का सबसे गरीब समाज है। सबसे पिछड़ा और आर्थिक, शैक्षणिक, भौतिक और राजनीतिक रूप से कमजोर है। ये बाते खरसावां गोलीकांड के 77 वीं शहादत दिवस पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने विधायक पत्नी कल्पना सोरेन के साथ खरसावां शहीद वेदी पर आदिवासी परंपरा के अनुसार श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कही। उन्होने कहा कि यहां आकर अपने पूर्वजों की शहादत पर उन्हें याद करना काफी सुकून देता है। उनके संघर्षों का ही परिणाम है कि आज अलग झारखंड राज्य का सपना साकार हो सका है। जब लोगों ने देश की आजादी के सपने नहीं देखे थे तब से प्रकृति के प्रति इनका जुड़वा रहा। आदिवासी समुदाय का अनुसरण देश-दुनिया में यदि होता तो आज प्राकृतिक आपदा और पर्यावरण को लेकर बड़ी-बड़ी घटनाएं नहीं होती है। श्री सोरेने ने कहा कि हमें गर्व है कि साल के पहले दिन यहां बड़े पैमाने पर आदिवासी-मूलवासी के लोग यहां जुटते हैं और अपने पूर्वजों की शहादत को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। आगे और मजबूती के साथ अपने इन शहीदों के प्रति अपना सम्मान मजबूत करते हुए आगे बढ़ेंगे। हमें गर्व है कि ऐसे महापुरुष हमारे बीच रहे और उनके संघर्ष के ही बदौलत आज हम यहां जिंदा है। अपने अधिकार को लेकर हमारी संघर्ष अनवरत चल रही है।
चिन्हित होंगे खरसावां गोलीकांड के शहीद-मुख्यमंत्री
खरसावां गोली कांड के शहीदों को चिन्हित किए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि गोली कांड के लगभग 77 साल पूरे हो चुके हैं। मामला काफी पुराना है। हमारी सरकार ने गुआ गोली कांड के शहीदों को चिन्हित कर उनके परिजनों को नियुक्ति पत्र सौंपा है। खरसावां गोली कांड के शहीदों को भी हमारी सरकार चिन्हित कर उनके वंशजों को उचित सम्मान देने का काम करेगी।
संयम रखिए जल्द ही मिलेगा, मंइया सम्मान योजना
मुख्यमंत्री मईया सम्मान योजना के सवाल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि संयम रखिए जल्द ही मिलेगा। उन्होंने कहा कि जब मिलेगा तो मुझे फोन कर जानकारी दीजियेगा। वही मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों को नए साल की शुभकामनाएं दी।
खरसावां में जल्द बनाए हैलीपैड-हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जिला उपायुक्त रविशंकर शुक्ला से खरसावां शहीद पार्क को पयर्टन स्थल के रूप में विकसित करने को लेकर चल रहे विकास योजना की जानकारी देते हुए कहा कि खरसावां शहीद पार्क के बगल में जल्द से जल्द हैलीपैड बनाए। साथ ही हैलीपैड के आसपास सौदर्यकरण का कार्य बरवाए।
शहीद स्थल लोगों के लिए प्रेरणा का केन्द्र- दीपक बिरूवां
झारखंड सरकार के परिवाहन मंत्री दीपक बिरूवां ने कहा कि खरसावां शहीद स्थल लोगों के लिए प्रेरणा का केन्द है। एक तरफ देश आजादी का जश्न मना रहा था। तो दूसरी तरफ खरसावां की धरती रक्तरंजित हुई थी। उन्होने कहा कि खरसावां के शहीद स्थल पर आना सुखद अनुभूति है। यहां आकर पूर्वजों के गौरवशाली इतिहास की जानकारी मिलती है।
कुर्बानी को राज्य सदा याद रखेगा-रामदास सोरेन
खरसावां में शहीदों को श्रद्वांजलि देने के बाद स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि खरसावां के शहीदों की कुर्बानी को राज्य सदा याद रखेगा। शहीदों की कुर्बानी बेकार नही जाएगी। अपनी भूमि, अपनी संस्कृति एवं शोषण के खिलाफ हमेशा ही झारखंडियों ने आवाज उठाई है।
खरसावां की धरती पवित्र धरती है-सुखराम
चक्रधरपुर विधायक सुखराम उराव ने कहा कि झारखंड का इतिहास खरसावां शहीद स्थल से शुरू हुआ था। खरसावां की धरती से अलग राज्य का बिगुल फूका गया था। खरसावां की धरती पवित्र धरती है। जहां से आंदोलन की शुरुआत हुआ था। जिसके बाद विजेई मिला। उन्होंने कहा कि अलग झारखंड राज्य बने 24 साल हो चुका है। हेमंत सरकार की सोच विकसित झारखंड है। जहां आदिवासी मूलवासी का विकास है।
इन्होने दी शहीदो को श्रद्वाजंलि
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, मंत्री दीपक बिरूवां, मंत्री रामदास सोरेन, सांसद जोबा मांझी, सांसद कालीचरण मुंडा, विधायक सुखराम उरावं, विधायक सविता महतो, विधायक दशरथ गागराई, विधायक जगत माझी, जिप अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, भाजपा नेत्री मीरा मुंडा, पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, पूर्व विधायक शशी भूषण सामड, प्रमुख मनेन्द्र जामुदा, प्रमुख गुडडी देवी, झामुमो जिला अध्यक्ष डॉ शुभेंदु महतो, गणेश महाली, उदय सिंहदेव आदि शामिल थे।