खरसावां ब्लू बेल्स स्कूल में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच वार्षिक उत्सव संपन्न, विद्यार्थियों ने नृत्य व संगीत प्रस्तुत कर किया मंत्रमुग्ध, जीवन की सफलता में ज्ञान अति आवश्यक-गौरव कुमार,
Annual function celebrated in Kharsawan Blue Bells School खरसावां के ब्लू बेल्स इंग्लिश स्कुल में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच वार्षिक उत्सव संपन्न हो गई। वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने रंग बिरंगी परिधानों एवं मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। सांस्कृतिक कार्यक्रम काफी सहनीय एवं उत्साहवर्धन रहा। विद्यार्थियों ने एक से बढकर एक आकर्षक नृत्य व संगीत की प्रस्तुति कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन
खरसावां थाना गौरव प्रभारी कुमार, ब्लू बेल्स इंग्लिश स्कुल के प्रिंसिपल डोमनिक राज, सेवानिवृत्ति शिक्षक हरिश्चंद्र आचार्य, अनूप सिंहदेव दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान विद्यार्थियों में तेरी मिट्टी में मिल जावा’…,बम बम भोले मस्ती में डोले…,जीवन के दिन छोटे सही, हम भी बड़े दिलवाले…,ऑल इज वेल…,बचपन का वो आंगन कहाँ दर्पण बता बचपन कहाँ…., हर तरफ हर जगह हर कहीं पे है…,वेलकम डांस एवं आदिवासी नृत्य व संगीत प्रस्तुति देकर लोगों की वाह वाही लूटी।
मौके पर श्री कुमार ने कहा कि जीवन की सफलता में ज्ञान अति आवश्यक है। कोई भी ऐसा मनुष्य नहीं है जिसने बगैर ज्ञान के अपने लक्ष्य को प्राप्त किया हो। हालांकि ज्ञान सिर्फ लक्ष्य प्राप्ति के लिए नहीं बल्कि जीवन में आने वाले सुखों और दु:खों से उभरने के लिए काम आता है। वही श्री राज ने कहा कि लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अनुशासन के साथ लगन और मेहनत बहुत जरूरी है। असफलता से निराश नहीं होना है, बल्कि लगातार प्रयास से निश्चित रूप से सफलता मिलती है। हर बच्चे में अलग-अलग प्रतिभाएं होती हैं। जरूरत उनको मंच प्रदान करने की और उनकी प्रतिभाओं को आकार देने के लिए स्कूल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ अन्य विधाओं में भी बच्चों का विकास जरूरी है। जबकि श्री सिंहदेव ने कहा कि शिक्षा के बिना मानव जीवन का कोई महत्व नहीं है। शिक्षा किसी भी वस्तु या परिस्थिति को आसानी से समझने, किसी भी तरह की समस्या से निपटने और जीवन भर विभिन्न आयामों में संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। शिक्षा के बिना सामाजिक विकास, आर्थिक वृद्धि और तकनीकी उन्नति की कल्पना नहीं की जा सकती। बिना शिक्षा के जीवन लक्ष्य रहित और कठिन हो जाता है। इस दौरान मुख्य रूप से खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार, स्कुल के प्रिंसिपल डोमनिक राज, सेवानिवृत्ति शिक्षक हरिश्चंद्र आचार्य, अनुप सिंहदेव, अल्का महान्ती, मधुमिता पटनायक, देवाशीष साहूआदि शिक्षकगण व अभिभावक मौजुद थे।