खूंटपानी के बासाहातु में मना बिरसा मुंडा की जयंती, बलिदानों व शहीदों के खून से बना झारखंड-गागराई
Birsa Munda’s birth anniversary, खूंटपानी प्रखंड के अंतर्गत बासाहातु में भगवान बिरसा मुंडा की 150 वां जयंती मनाई गई। समाज के लोगों ने पूजा अर्चना के साथ बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर नमन करते हुए श्रद्वाजंलि दी गई।
भगवान बिरसा मुंड़ा को श्रद्वाजंलि देते हुए खरसावां विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि आदिवासियों के भाषा-संस्कृति की रक्षा हमारा कर्तव्य है। उसकी भाषा-संस्कृति का विकास आवश्यक है। उन्होने कहा कि आदिवासी जननायक बिरसा मुंडा क्रांतिकारी अपराजेय योद्धा और लोकनायक के रूप में प्रसिद्ध हैं। जिन्हें समाज ने धरती आबा का दर्जा दिया है। बिरसा मुंडा ने आदिवासी समुदाय को बेगारी से बचाने, उनके आर्थिक शोषण पर रोक लगाने, परिश्रम के अनुसार पारिश्रमिक की व्यवस्था करने, जल जंगल व जमीन पर आदिवासियों का समान अधिकार स्थापित करने भूमि को लगान मुक्त घोषित करने, बच्चों को शिक्षा का अधिकार देने, महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए कानून बनाने जैसे विषयों को लेकर अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध आंदोलन कर निरंतर संघर्ष किया। उनके इसी बलिदान को याद कर जयंती मनाई जाती है। इस दौरान भगवान बिरसा मुंडा को विधायक के अलावे काफी संख्या में झामुमो नेता-कार्यकर्ताओ ने श्रदाजंलि दी।