खरसावां-बडाबाम्बो में झामुमो ने मनाई भगवान बिरसा मुंड़ा की जंयती, बिरसा मुंडा के आदेशों पर चलने का लिया संकल्प,भगवान बिरसा ने कम उम्र में ही अंग्रेज़ों के छुड़ा दिए छक्के,
lord birsa munda birth anniversary, भगवान बिरसा मुंडा की 150 वी जयंती के अवसर पर झामुमो ने खरसावां एवं बडाबाम्बो कार्यालय मे भगवान बिरसा मुंड़ा के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। झामुमो नेता और कार्यकर्ताओ ने बारी बारी से भगवान बिरसा मुंड़ा को श्रक्षजंलि दी। वहीं बिरसा मुंडा के आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
मौके पर वक्ताओं ने कहा कि धरती आबा ने झारखंड के संदर्भ में जो सपना देखा था, जो सोच थी। उसको धरातल पर कैसे पहुंचाया जाए। इसके लिए बढ़-चढ़कर प्रयास करने का संक्लप लिया। भगवान बिरसा ने कम उम्र में ही अंग्रेज़ों के छक्के छुड़ा दिए। अंग्रेजों ने आदिवासियों से जल, जंगल और जमीन हड़पने की कोशिश की तो बिरसा ने आंदोलन छेड़ दिया और अंग्रेजों वापस जाओ के नारे लगाए। आंदोलन के कारण उन्हें जेल की सजा भुगतनी पड़ी। जेल से रिहा होने के बाद फिर उन्होंने आंदोलन छेड़ा। संघर्षों के कारण ही उन्हें धरतीआबा के नाम से पुकारा गया। श्रद्धांजलि देने वालों में झामुमो प्रखंड अध्यक्ष कृष्ण चन्द्र प्रधान, अरूण जामुदा, सानगी हेम्ब्रम, दशरथ महतो, रंगबाज बेहरा, पवित्र कुमार प्रधान, पिंटू कुमार महतो, मुन्ना महांती, केदार प्रधान, सरिता हांसदा, कुनी बोदरा, बोनी बोदरा, अजय सामड, धनु मुखी, ललन तिवारी आदि नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।